Sunday, 21 June 2020

Magnanimity Multiplies.

 Magnanimity Multiplies. 

The value of a life is measured by the number of lives it influences. Success does not happen in isolation. It is a participatory and collective process. Success breeds Success.
 
A farmer grew superior quality corn in his farm. Each year he won prizes for himself and honour for the city. People discovered that he shared his seeds with his neighbours though they were his competitors. The farmer had simple answer for this magnanimity. The wind picks up pollen grains from the ripening corn and swirls it from field to field. If his neighbours grew inferior, sub-standard or poor quality corn, cross-pollination will degrade his corn. He had to elevate his neighbours elevate himself. 

Those who choose to be in harmony must help their neighbours and colleagues to be at peace. Those who choose to live well must help others to live well too.
 
Influence
Inspire
Mesmerize

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Tuesday, 16 June 2020

Stay Away from Negative Influences

Stay Away from Negative Influences

Today's teenagers learn from adult behavior and the media. They face peer pressure.
Peer pressure is not just limited to teenagers, it is also prevalent in adults. It shows a lack
of self-esteem when people do not have the courage to say "No, thank you," and stay
away from negative influences: What are the negative influences?

# Negative People

An eagle's egg was placed in the nest of a prairie chicken. The egg hatched and the little
eagle grew up thinking it was a prairie chicken. The eagle did what the prairie chickens
did. It scratched in the dirt for seeds. It clucked and cackled. It never flew more than a
few feet because that is what the prairie chickens did. One day he saw an eagle flying
gracefully and majestically in the open sky. He asked the prairie chickens: "What is that
beautiful bird?" The chickens replied, "That is an eagle. He is an outstanding bird, but
you cannot fly like him because you are just a prairie chicken." So the eagle never gave it
a second thought, believing that to be the truth. He lived the life of and died a prairie
chicken, depriving himself of his heritage because of his lack of vision. What a waste! He
was born to win, but was conditioned to lose.
The same thing is true of most people. The unfortunate part of life is as Oliver Wendall
Holmes said, "Most people go to their graves, with music still in them." We don't achieve
excellence because of our own lack of vision.
If you want to soar like an eagle, you have to learn the ways of an eagle. If you associate
with achievers, you will become one. If you associate with thinkers, you will become one.
If you associate with givers, you will become one. If you associate with complainers, you
will become one.
Whenever people succeed in life, petty people will take cracks at them and try to pull
them down. When you refuse to fight petty people, you win. In martial arts, they teach
that when someone takes a crack at you, instead of blocking you should step away.
Why? Even to block you require energy. Why not use it more productively? Similarly, in
order to fight petty people, you have to come down to their level. This is what they want,
because now you are one of them.
Don't let negative people drag you down.
Remember, a person's character is not only judged by the company he or she keeps but
also by the company he or she avoids.
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2. Smoking, Drugs and Alcohol

One reason that I don't drink is that I want to know when I am having a good time.

Drinking makes a person lose his inhibitions and give exhibitions.

In my travels, I have noticed that in some countries drinking has become a national
pastime. If you don't drink, they look at you as if there is something wrong. Their motto is:
"It doesn't matter how bad your English is, as long as your Scotch is good." If a banker
asked them what their liquid assets are, they would bring two bottles of Scotch.
Drinking and smoking are glamorized today. It all starts with the first time. If you ask
people why they consume alcohol or take drugs, they will give you a host of reasons,
such as: to celebrate; to have fun; to forget problems; to relax; to experiment; to impress
(it is cool to drink); to be fashionable; to mingle; for business purposes.
People want to conform to peer pressure. I am amazed at the way peer pressure
compels with phrases such as: "Aren't you my friend?"; "One for the road"; "One for my
health."
Drinking and driving cost lives. According to Jerry Johnson,* the American Hospital
Association reports that half of all hospital admissions are alcohol-related and according
to the National Safety Council's 1989 Accident Facts Edition, a person is injured in an
alcohol-related crash every 60 seconds.
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Happy I am

Happy I am

How often our body takes over our mind. We all become so obsessed with the physical discomfort that we forget that our mind is more powerful then our body. Become aware of your bodies needs but don't be only conscious about the pain become conscious of being powerful internally.

Affirm: I am stronger then I think. I am in control of how I think, feel and behave.
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Gratitude: Thank you Divine for I know I can stand up all over again with your love and support.

Blessings: May we all be blessed to tap into our inner potentials and stay strong even  at the weakest of the moments.

खुद को कैसे बनाएं बेहतर जानिए ये टिप्स…,,,,,..........................

खुद को कैसे बनाएं बेहतर जानिए ये टिप्स…


एक बेहतर इंसान बनने की चाहत हर किसी की होती है लेकिन जिंदगी में कई ऐसे मोड़ आते हैं कि इंसान खुद की बेहतरी पर ध्यान नहीं दे पाते। लेकिन अगर आप खुद को बेहतर इंसान बनाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए हमेशा कोशिश करते रहना चाहिए, तभी आप खुश रह सकते हैं और एक बेहतर इंसान भी बन सकते हैं।
अगर आप शुरुआत से ही चीजों को अच्छे से मैनेज करें तो आपको बेहतर बनने से कोई नहीं रोक सकता इसके अलावा भी कई और तरीके हैं जिन्हें अपनाकर आप खुद को एक बेहतर इंसान बना सकते हैं।
खुद को बेहतर बनाने के लिए खुद को पहचानना बेहद जरूरी है और आत्मविश्वास रखना भी बेहद जरूरी है क्योंकि जब तक आप खुद को नहीं जानेंगे तब तक आप खुद को बेहतर नहीं बना सकते हैं।
स्वस्थ शरीर भी आपकी बेहतरी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि जब आप पूरी तरह से हेल्दी रहोगे तो आपको पॉजिटिव एनर्जी भी मिलेगी और आप अच्छा महसूस करोगे। इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ तरीके बता रहें है जिनको अपनाकर आप खुद को और भी ज्यादा बेहतर बना सकते हैं।

खुद को बेहतर बनाने के टिप्स –
अपने डर का सामना करें:
खुद को बेहतर बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपने डर का सामना करें क्योंकि जब तक अपने डर को दूर नहीं भगाएंगे। तब तक आप खुद को बेहतर नहीं बना सकते हैं इसलिए डर से निपटना बेहद जरूरी है।
क्योंकि डर ही इंसान को आगे बढ़ने से रोकता है जब आप डर का सामना कर लेते हैं तो आप बिना किसी भय से आगे बढ़ते हैं।
अपनी गलतियों को स्वीकार करें:
अगर आप खुद को एक बेहतर इंसान बनाना चाहते हैं कि इसके लिए खुद की गलतियों को स्वीकार करना बेहद जरूरी है क्योंकि जब तक आप अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं करेंगे तब तक आप खुद को एक बेहतर इंसान नहीं बना सकते हैं।
हर कोई अपनी जिंदगी में कोई न कोई गलती जरूर करता है लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आप वो गलती दोबारा नहीं करें इसके लिए आपको पहले अपनी गलती में सुधार करना होगा जो कि आपको एक अच्छा इंसान बनाने में आपकी मद्द करेगी।
अपने लक्ष्य का निर्धारण करें:
एक इंसान तभी बेहतर इंसान बन सकता है जब वह अपने लक्ष्य का निर्धारण करें और उसे पाने की कोशिश करे। क्यों कि किसी इंसान को उसके लक्ष्य को पाने की चाहत और किए गए प्रयास ही उसे बेहतर बनाते हैं और सफलता दिलवाने में उसकी मद्द करते हैं।
खुद पर भरोसा रखें:
अगर आप चाहते हैं कि आप एक अच्छे इंसान बन सकें तो इसके लिए आपको खुद पर भरोसा रखने की जरूरत हैं क्योंकि इंसान का आत्मविश्वास से ही उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
इसके साथ ही इंसान अपने आत्मविश्वास के साथ ही हमेशा अच्छा करने और आगे बढ़ने की सोचता है लेकिन जब आपको आत्मविश्वास कम हो जाता है तो आपकी सोच भी निचले स्तर पर आपको ढ़केलती है और फिर हम हार मान लेते हैं और हमारे हाथ असफलता हालगती है।
वहीं कभी आपने गौर भी किया होगा कि आज एक बेहतर इंसान वही है जिसके अंदर आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा है।
टू-डू-लिस्ट तैयार करे:
हर रविवार को कम से कम 10 से 15 मिनट पुरे सप्ताह की प्लानिंग करने में बिताये। उस समय में अपने पुरे सप्ताह के प्लान के बारे में लिखे, अपनी टू-डू-लिस्ट को देखकर उस हिसाब से तैयारी करे। इससे आप अपने कामो को पूर्णता से कर सकते हो, ऐसा करने से आप अपने सारे काम बिना किसी चिंता के आराम से कर सकोगे।
खुद को प्रेरित करें:
खुद को बेहतर बनाने लिए जरूरी है कि आप खुद को प्रेरित करें क्योंकि समय-समय पर जब खुद को प्रेरित करेंगे तो आपके अंदर आगे बढ़ने प्रवल इच्छा जाग्रत होगी जिससे आप अपने लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे और सफल व्यक्ति बन सकेंगे लेकिन जब तक आप खुद को प्रेरित नहीं करेंगे आपके अंदर आत्मविश्वास पैदा नहीं होगा और किसी नए काम को करने में या फिर जिंदगी का कोई फैसला लेने में डरेंगे इसलिए सफल होने के लिए और आगे बढ़ने के लिए आत्मविश्वास का होना बेहद जरूरी है।
ध्यान लगाकर खुद को करें बेहतर:
ध्यान के माध्यम से भी आप खुद को बेहतर बना सकते हैं क्योंकि ध्यान ऐसा तरीका जिसके आप आपके मन से  सब कुछ भूलने और खुद पर ध्‍यान केंद्रित करने में मदद करता है।
आपको बता दें कि शांतिपूर्ण आत्म ध्यान के द्धारा आपको अपने बारे में समझऩे का मौका मिलता है। जब भी बेहतरी की बात आती है तो आप हमेशा दूसरा का उदाहरण रखकर खुद को देखते हैं लेकिन आप दूसरों के बारें में छोड़कर खुद के बारे में सोचने की कोशिश करें और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करें।
वहीं जब आप अपनी इच्छाओं को प्राथमिकता देंगे और अपने लक्ष्यों और इरादों का सम्मान करेंगे तभी आप खुद को बेहतर बना सकेंगे।
सभी को खुश करना बंद करे:
क्योकि हम सभी की ज़िन्दगी में ऐसे कुछ लोग जरूर होते है जिन्हें साथ लेकर हम कभी आगे नही बढ़ सकते इसीलिये सभी को खुश करने की कोशिश न करे।
हमेशा सीखने की ललक रखें:
अगर आपके अंदर सीखने की ललक है तो आप एक बेहतर इंसान बन सकते हैं क्योंकि जो आप सीखते हैं उन्हीं को अपनी जिंदगी में भी लागू करते हैं। आप अपनी गलतियों से भी सीख सकते हैं।
अगर हमारे अंदर सीखने की ललक है तो हम कभी भी और कहीं भी किसी भी चीज से सीख सकते हैं। हम अच्छे लोगों से अच्छी आदतें भी सीख सकते हैं। इसलिए जब भी मौका मिले हमें कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए।
नकरात्मक सोच से खुद को रखें दूर:
अगर आप खुद को नकारात्मक सोच से दूर रखेंगे तो आपको खुद को बेहतर बनाने में मद्द मिलेगी  क्योंकि जब भी हम कोई नया काम शुरु करते हैं या फिर अपनी जिंदगी में सफलता के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहले यही ख्याल आता है कि क्या हम सफल हो सकेंगे। या फिर हमें इस काम से कितना फायदा होगा।
ऐसे सवाल मन में आगे बढ़ने से रोकने है इसिलए अगर आप अपनी जिंदगी में सफल होना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप इन बातों की बिना परवाह किए बिना आगे बढ़ते रहे। क्योंकि नकारात्मकता आपको आगे बढ़ने से रोकती है। इसलिए हमेशा नेगेटिव विचार से हमें खुद को दूर रखना चाहिए।
इसके साथ ही नेगेटिव सोच वाले व्यक्तियों से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए क्योंकि उनकी बातों से सिर्फ और सिर्फ निराशा ही हाथ लगती है। जबकि सकारात्क सोच वाला व्यक्ति आपका मनोबल बढ़ाता है।
 

तनाव से बाहर निकलने कुछ टिप्स…

तनाव से बाहर निकलने कुछ टिप्स…
आज कल आये दिन हम Newspaper में लोगो की आत्महत्या के बारे में बढ़ते है। यह बहुत ही Serious Problem है Depression यह एक मानसिक समस्या हैं। जिसमें कई लोग सामान्य बर्ताव नहीं करते और धीरे धीरे अपना मानसिक संतुलन भी खो देते हैं। Depression ज्यादा हो तो कई बार लोग आत्महत्या जैसे रास्तें को चुनते है इसीलिए Depression Treatment करना हमारा सबसे पहला काम है।
Depression की कई वजह हो सकती है हर किसी की समस्या अलग अलग हो सकती हैं लेकिन उनके लक्षण लगभग एक जैसे ही होते हैं। जैसे नींद न आना, हर बार चिडचिडा या क्रोध में रहना, हर बार अपने खुद को बदनसीब कहना और जल्द ही भावुक हो जाना। अगर आपके आसपास के किसी भी व्यक्ति में ऐसे लक्षण दिखाई दे तो हमनें यहाँ पर तनाव से बाहर निकलने कुछ टिप्स – Depression Treatment बताये हैं। जिन्हें पढ़कर आप उस व्यक्ति की मदत कर सकते हैं।
तनाव से बाहर निकलने कुछ टिप्स –
• क्वालिटी टाइम:
परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना, यह डिप्रेशन से लड़ने के लिए बेस्ट मेडिसिन है। कभी कभी आप अपने परिवार के साथ कही बाहर अपने काम से ब्रेक लेके हॉलिडे भी जा सकते हैं Nature के साथ रहने से आपके मन में आनेवाले दुखी विचार और feelings शांत हो जाएँगी। इससे आपका मन हल्का हो जायेगा।
दूसरो के बारे में सोचना:
हम खुद से ज्यादा तो दूसरो के बारे में सोचते हैं। वो शख्स क्या कर रहा है, उसने ऐसा क्यों नहीं किया, वो मुझे बेहतर कैसे है। ये बातें आपको तनाव की तरफ ले जाती हैं। जब आप दूसरो के बारे में अधिक और बिना मतलब का सोचने लगते हैं तो आपके दिमाग में तुलना शुरू हो जाती है और आप खुद को हीन समझकर तनाव में चले जाते हैं। इसीलिए छोडिये, वो जो कर रहा है करने दीजिए, वो अपनी जगह सही है और आप अपनी जगह मस्त रहिये। बस इस छोटी आदत को बदल दीजिए, खुश रहेंगे।
• खुल के बात करों:
अपने परिवार वालोँ से या फिर जो भी आप के सबसे ज्यादा करीब हैं और आपको लगता हैं की वह आपकी बात समझ सकता हैं उससे खुल के अपने प्रोब्लेम्स के बारे में बात करो। आपके क्लोज फ्रेंड्स और आपका परिवार ही आपको डिप्रेशन से बहार निकलने में important भूमिका निभाता है।
फोन का इस्तेमाल:
क्या हो अगर आप कम फोन इस्तेमाल करें, इससे क्या बिगड़ जाएगा और आपको कौन सी परेशानी होगी। जब आप इन सवालो को खुद से करेंगे तो जवाब मिलेगा शायद कुछ खास नहीं। आप जब अधिक फोन इस्तेमाल करते हैं तो आप खुद से दूर होते हैं और खुद से दूर रहने वाला इंसान कभी सुखी नहीं रह सकता है। इसीलिए समय निर्धारित कीजिए और फोन का इस्तेमाल कम कीजिए, आप देखेगे की इस छोटी से आदत को बदलते ही आपका जीवन तनावमुक्त होने लगेगा।
• Workshops and Seminars:
अपने काम से related अलग अलग workshop and seminar में हिस्सा लेने से आपको आपके काम में interest आएगा और आप अपने career में नयी नयी चीज़ो पर experiment करना शुरू कर देंगे।
अपने के लिए समय ना निकालना:
दुनियाभर के लिए हमारे पास वक्त है लेकिन खुद के लिए नहीं। सबसे बात कर लेते हैं लेकिन खुद से बात करने का एक पल का समय नहीं है और ये आदत आपको तनाव के बहुत करीब ले जाती है। इस आदत को छोडिये और रोजाना एक घंटे का समय खुद को दीजिए। आपको जो पसंद वो करिए, संगीत सुनिए, मनपसंद खाना खाइए और मस्त रहिये। आप देखेगे की इससे आप तनावमुक्त होने लगेंगे।
• अपना मनपसंद काम करे:
हमें जिस काम में भी आता हो या हमारी जिसमें भी रुची हो वो काम करें जैसे पेटिंग, गाना गाना, कविताये करना या फिर डांस करना इससे हमें Depression से निकलने के लिए सहायता मिलेंगी।
• Social Service:
अलग अलग प्रकार के NGO में जाके उनके लिए मुफ्त काम करना एक therapy के समान है। समाजसेवा करने से आप का खाली मन busy रहेगा और आपको अच्छा काम करने से सुकून भी मिलेगा।
• Motivational Songs, Movies, Videos:
जब भी आप कमजोर या दुखी महसूस करे तब अपने मोबाइल पर motivational गाने सुनिए या फिर वीडियोस देखे। ऐसा करने से आपका नेगेटिव मूड बदल जायेगा और आपको आगे काम करने के लिए एनर्जी मिलेगी।
• Running/Swimming:
कोई भी खेल जिसमे आप को चैलेंज महसूस हो। ऐसे खेल में अपना मन लगाने से भी आप अपने अंदर confidence जगा सकते है। बहुत सारे लोग मैराथन में हिस्सा लेते है, कुछ लोग स्विमिंग शुरू करते है। इससे अच्छे physical हेल्थ के साथ mental हेल्थ भी strong हो जाती है।
देर से उठना और देर से सोना:
आप सोचेंगे की भला इसका तनाव से क्या मतलब है। जब आप देर से सोते है और देर से उठते है तो आपके जीवन में समय की थोड़ी बहुत कमी होती है। आप जल्दी से उठकर भागते भागते तैयार होते हैं और फिर देर से पहुचने की टेंशन दिमाग में शुरू हो जाती है और हो जाता है तनाव। सोचिये अगर आप एक घंटे पहले उठना शुरू कर दें तो आप सारे काम समय से कर सकेंगे, अच्छा नाश्ता कर सकेंगे, आराम से तैयार होकर समय से दफ्तर जा सकेंगे। इस छोटी से आदत को बदल दीजिए और आप देखेंगे की तनाव शब्द आपके जीवन से गायब हो गया।
• Drugs और Medicines से दूर रहे:
अक्सर लोग Depression से लड़ने के लिए बिना किसी डॉक्टर की सलाह के drugs या medicines लेना चालू करते है। इसके खतरनाक side-effects के कारन आपको फ्यूचर में कई health problems को झेलने की नौबत आ जाएगी।
कई नामांकित व्यक्तियों ने अपने जीवन में डिप्रेशन का सामना किया है और वह उसमे से उभर कर आज भी लोगो के सामने एक मिसाल बन कर खड़े है। दीपिका पादुकोण भी इसका एक उदाहरण है। तो अगर आप भी नैराश्यता से गुजर रहे है तो अपने करीबी लोगोसे बात करे और उन्हें अपनी मुसीबतो के बारे में बताये।
देखिये ना ऊपर बताई गई बातें कितनी आसान है। आप चाहे तो इन्हें छोड़ सकते हैं और छोड़कर देखिये आपका जीवन सुखमय हो जाएगा। जिन्दगी में तनाव शब्द का मतलब भूल जायेगे।

केवल उनकी बात सुनी जाए।

आत्महत्या की मनःस्थिति वाले मित्र अथवा सम्बंधी की मदद करना
शांत रहें और उसकी बात सुनें !
यदि कोई हताश महसूस कर रहा है अथवा आत्महत्या करने की सोच रहा है, तो हमारी पहली प्रतिक्रिया यह होती है कि उसकी मदद करने की कोशिश की जाए। हम सलाह देते हैं, अपने अनुभवों के बारे में बताते हैं, समाधान ढूंढने की कोशिश करते हैं।

हमारे लिए यही बेहतर होगा कि शांत रहकर उसकी बात सुनें। जो लोग आत्महत्या करने के बारे में सोचते हैं उन्हें जवाब या समाधान नहीं चाहिए। वे अपने भय और चिंताएं व्यक्त करने के िलए एक सुरक्षित स्थान चाहते हैं, जहां उनकी बात सुनी जाए। सुनना-वास्तव में सुनना-आसान नहीं है। हमें कुछ कहने-टिप्पणी करने, कहानी जोड़ने अथवा सलाह देने - की उत्कण्ठा पर काबू पाना चाहिए। हमें केवल उन तथ्यों को ही नहीं सुनना हैजो वह व्यक्ति बता रहा है, बल्कि उनके पीछे छिपी भावनाओं को भी समझना है। हमें उनके दृष्टिकोण से चीजों को देखना है न कि अपने दृष्टिकोण से।

यदि आप आत्महत्या मनःस्थिति वाले व्यक्ति की मदद कर रहे हैं, तो यहां याद रखने योग्य कुछ बातें बतायी गई हैं।

आत्महत्या की मनःस्थिति वाले व्यक्ति क्या चाहते हैं?
बात सुनने वाला कोई व्यक्ति। ऐसा कोई व्यक्ति जो उनकी बात वास्तव में सुनने के लिए समय निकालेगा। ऐसा कोई व्यक्ति जो निर्णय, सलाह अथवा राय नहीं देगा, बल्कि अपना पूरा ध्यान देगा।
विश्वास करने योग्य कोई व्यक्ति। ऐसा कोई व्यक्ति जो उनका सम्मान करेगा और उन पर हावी होने की कोशिश नहीं करेगा। ऐसा कोई व्यक्ति जो हर बात को गुप्त रखेगा।
ध्यान रखने वाला कोई व्यक्ति। ऐसा कोई व्यक्ति जो स्वयं उपलब्ध रहेगा, व्यक्ति को मानसिक शांति देगा और ठंडे दिल से बोलेगा। ऐसा कोई व्यक्ति जो पुनःभरोसा दिलाएगा, उसकी बात स्वीकार करेगा और उस पर विश्वास करेगा। ऐसा व्यक्ति, जो कहेगा, "मैं परवाह करता हूँ।"
आत्महत्या की मनःस्थिति वाले व्यक्ति क्या नहीं चाहते हैं?
अकेला रहना। निरस्कार से समस्या दस गुना बिगड़ सकती है। वह चाहता है कि ऐसा कोई व्यक्ति हो जो उसकी समस्या को बदल दे। केवल उसकी बात सुने।
सलाह प्राप्त करना। भाषणबाजी से कोई मदद नहीं मिलती है। न ही  " खुश रहो " का सुझाव देने से, अथवा एक ऐसे सरल आश्वासन से कि "सब ठीक हो जाएगा।" कोई विश्लेषण, तुलना, वर्गीकरण अथवा आलोचना न करें। केवल उसकी बात सुनें।
प्रश्न करना। विषय को बदले नहीं, न तो दया दिखाए अथवा न ही कोई कृपा करें। भावनाओं के बारे में बात करना कठिन होता है। आत्महत्या की मनःस्थिति वाले लोग नहीं चाहते कि जल्दबाजी की जाए अथवा उनका बचाव किया जाए। केवल उनकी बात सुनी जाए। 

चले जाइए एक शाम उसके साथ चाय पर ... जिंदगी बहुत हसीन बन जाएगी......

तनाव के उन क्षणों में मजबूत लोग भी आत्महत्या कर लेते हैं..
वो लोग जिनके पास सब कुछ है 
शान ... शौकत ... रुतबा ... पैसा .. इज्जत 
इनमें से कुछ भी उन्हें नहीं रोक पाता ..  

तो फिर क्या कमी रह जाती है ???

कमी रह जाती है उस ऊँचाई पर 
एक अदद दोस्त की

कमी होती है  उस मुकाम पर
 एक अदद राजदार की

एक ऐसे दोस्त की जिसके साथ "चांदी के कपों" में नहीं 
किसी छोटी सी चाय के दुकान पर बैठ 
सकते ..

जो उन्हें बेतुकी बातों से जोकर बन कर  हंसा पाता ...

वह जिससे अपनी दिल की बात कह हल्के हो सके..
वह जिसको देखकर
अपना स्ट्रेस भूल सके

वह दोस्त
वह यार 
वह राजदार 
वह हमप्याला
उनके पास नहीं होता 
जो कह सके तू सब छोड़ ... चाय पी मैं हूं ना तेरे साथ ...
और आखिर में 
यही मायने कर जाता है...

सारी दुनिया की धन दौलत
एकतरफ...सारा तनाव एक तरफ ..

वह दोस्त वह एक तरफ !!!

लेकिन अगर आपके पास 
वह दोस्त है
वह यार है

तो कीमत समझिये उसकी... 

चले जाइए एक शाम उसके साथ 
चाय पर ... 

जिंदगी बहुत हसीन बन जाएगी...... 

याद रखिए आपके तनाव से यदि कोई लड़ सकता है तो वो है आपका दोस्त और उसके साथ की एक कप गर्म चाय !!!